सपा-बसपा गठजोड़ से लोकसभा उपचुनावों में मिली अप्रत्याशित जीत के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव का दलित प्रेम खुलकर नजर आने लगा है. लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी दफ्तर के बाहर अखिलेश और बसपा सुप्रीमो मायावती की होर्डिंग के बाद शनिवार को बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर और राम मनोहर लोहिया की तस्वीर नजर आई. दरअसल बसपा के पूर्व नेताओं के सपा में शामिल होने के कार्यक्रम के दौरान आंबेडकर और लोहिया की फोटो प्रदर्शित की गई. पार्टी में शामिल करने से पहले नेताओं को अम्बेडकर और लोहिया की तस्वीर भेंट की गई.

सपा मुख्यालय में बीएसपी के पूर्व विधायक इरशाद खान, पूर्व एमएलसी प्रदीप सिंह, योगी सरकार में मंत्री सवामी प्रसाद मौर्या के दामाद डॉ नवलकिशोर और बिग बॉस सीजन-2 विजेता आशुतोष कौशिक ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया.

इस मौके पर अखिलेश यादव ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा, “सपा और बसपा के कार्यकर्ताओं को जीत के लिए बधाई देता हूं. सपा-बसपा कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर भी धन्यवाद देना चाहिए. आने वाले चुनावों में बूथ स्तर तक काम करना है. चुनाव में नतीजे कुछ भी आएं लेकिन मेहनत करनी है. उपचुनाव में हार का ही नतीजा है कि मुख्यमंत्री अब विकास की बात करने लगे हैं."

मुख्यमंत्री ने इस दौरान बीटीसी के प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को कुछ अभ्यर्थी उनसे मिले. हाईकोर्ट में पूरी नियुक्ति की लिस्ट तैयार है. लेकिन सरकार नियुक्ति पत्र नहीं दे रही है क्योंकि यह भर्तियां सपा कार्यकाल में हुई थी. हालांकि मुझसे अभ्यर्थियों के साथ मुलाक़ात होने के बाद मुख्यमंत्री भी मिले. अखिलेश ने कहा कि इसके बाद मुख्यमंत्री ने छात्रों की समस्या सुनी. अगर मेरे मिलने से मुख्यमंत्री मिलेंगे तो मैं चाहूंगा की लोग पहले मुझसे ही मिल लें.


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